अयोध्या में नवनिर्मित भव्य मंदिर में प्रभु श्रीराम लला की प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान का शनिवार को पांचवां दिन है। 22 जनवरी को होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा से पूर्व अनुष्ठान की विधियां सम्पादित की जा रही हैं। 16 जनवरी से आरम्भ हुए अनुष्ठान के बाद पांचवें दिन भी कई प्रमुख विधान किये जा रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए देव प्रतिमा में विभिन्न तत्वों का अधिवास, वैदिक मंत्रोचारण के साथ कराया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के पांचवें दिन श्रीराम के विग्रह में शर्कराधिवास, फलाधिवास और पुष्पाधिवास कराया जाएगा।
अनुष्ठान के पांचवें दिन प्रातः काल में शर्कराधिवास, फलाधिवास अनुष्ठान सम्पन्न कराया जा रहा है। संध्या काल में पुष्पाधिवास किया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, देव प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंत्रों के साथ विभिन्न अनुष्ठान किए जाते हैं और भगवान के विग्रह में सभी प्रकार के पवित्र तत्वों का अधिवास कराया जाता है। आज के दिन तीन मुख्य अधिवास कराए जाएंगे- शर्कराधिवास, फलाधिवास और पुष्पाधिवास। शर्कराधिवास अनुष्ठान में मधुर शर्करा यानी शक्कर का अधिवास कराया जाएगा, फलाधिवास में फलों से अनुष्ठान को पूरा किया जाएगा और पुष्पाधिवास अनुष्ठान में सुगंधित पुष्पों से अनुष्ठान किया जाएगा.
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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