Bihar Police News: 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी विनय कुमार ने शुक्रवार को बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का पदभार संभाल लिया है। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत दिया।
माफियाओं की संपत्ति जब्त करने का लक्ष्य
नए डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार के नए कानून के तहत माफियाओं और अपराधियों की अवैध संपत्ति जब्त की जाएगी। उन्होंने सभी थानेदारों को आदेश दिया है कि वे अगले एक महीने के भीतर अपने क्षेत्र के कम से कम एक माफिया की संपत्ति जब्त करने के लिए कार्रवाई करें। चाहे वह माफिया बालू, शराब, परीक्षा या किसी अन्य अवैध गतिविधि से जुड़ा हो।
पुलिस को सड़कों पर रहना होगा
डीजीपी ने कहा कि पुलिस को लोगों के बीच रहना होगा और अपराधियों को पकड़ने के लिए गश्त तेज करनी होगी। उन्होंने कहा, “पुलिस को सड़कों पर दिखना होगा। थानेदार हो या उससे ऊपर के अधिकारी, सभी को अपने इलाके में गश्त करनी होगी। जब पुलिस सड़कों पर दिखेगी तो अपराधी हड़केंगे।”
जांच प्रणाली को मजबूत बनाने पर जोर
डीजीपी ने कहा कि अपराधियों को सजा दिलाने के लिए जांच प्रणाली को मजबूत बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की क्षमता बढ़ाई जा रही है और जल्द ही सभी क्षेत्रों में एफएसएल भवन बनेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में अभी चार एफएसएल काम कर रहे हैं, हर जिले में मोबाइल एफएसएल भी हैं। आने वाले में दिनों में ये बढ़ाए जाएंगी। राज्य के सभी 9 रीजन में एफएसएल भवन भी बनाए जाएंगे।
साइबर अपराधियों पर भी कसेंगे नकेल
डीजीपी ने कहा कि बिहार में 2000 से अधिक डायल 112 वाहन हैं। डीजीपी के साथ एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन, एडीजी विधि-व्यवस्था पंकज दराद और एडीजी सीआईडी पारसनाथ भी मौजूद रहे। वहीं लगातार आ रहे पेपर लीक के मामले को लेकर उन्होंने कहा इस पर काफी सख़्ती से कार्रवाई की जाएगी। साइबर अपराध पर उन्होंने कहा कि देश में पहला राज्य बिहार है जहां सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के पैसे होल्ड कराया गया है।