झारखंड ही नहीं दिल्ली की राजनीति में भूचाल लाने वाले प्रवर्तन निदेशालय के अपर निदेशक कपिल राज का कार्यकाल खत्म हो गया है। यह कपिल राज ही हैं, जिन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाला मामले में और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति के घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। परन्तु अब उनका कार्यकाल खत्म हो गया है। वह आठ साल तक प्रवर्तन निदेशालय में कार्यरत रहे। उनकी सेवा पैतृक विभाग कस्टम में लौटा दी गयी है।
कपिल राज का कार्यकाल समाप्त होने के बाद ईडी के संयुक्त निदेशक यदुराज सिंह को झारखंड का अतिरिक्त प्रभार सम्भालेंगे। केंद्र सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। यदुराज सिंह फिलहाल बिहार के संयुक्त निदेशक के पद पर पदस्थापित हैं।
कई मामलों की जांच में चर्चा में रहे कपिल राज
- कपिल राज जिन मामलों की जांच के लिए सबसे ज्यादा चर्चा में रहे उनमें हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल के मामलों की जांच शामिल है।
- कपिल राज ने झारखंड में दो साल के कार्यकाल के दौरान मनी लाउंड्रिंग के आरोपों की जांच कर कुल 58 लोगों को गिरफ्तार किया।
- झारखंड में जमीन खरीद बिक्री, अवैध माइनिंग, शराब घोटाला, मनरेगा घोटाला, बांग्लादेशी घुसपैठिया सहित कई अन्य मामलों की जांच की।
- कपिल राज ने मुंबई में नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, डीएचएलएफ, दाऊद इब्राहिम, इकबाल मिर्ची और तत्कालीन मंत्री नवाब मलिक से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के मामलों की भी जांच की है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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