16 जनवरी से प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठानों के बीच भगवान श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में पधार चुके हैं। शुभ अनुष्ठानों के साथ गुरुवार को प्रभु राम का मंदिर में प्रवेश करा दिया गया है और वह अपने आसन पर बिराजमान हो चुके हैं। मंदिर में प्रवेश के बाद प्रभु राम की तस्वीर भी सामने आ गयी है। प्रभु का चेहरा ढंका हुआ है और 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के भव्य आयोजन के समय दुनिया उनके भव्य रूप का साक्षात्कार करेगी। बता दें मंदिर में स्थापित विग्रह का निर्माण मैसूर, कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगी राज ने किया है।
500 वर्षों से अधिक के संघर्ष के बाद यह क्षण ऐतिहासिक है। गुरुवार को विवेक सृष्टि ट्रस्ट के सौजन्य से मूर्ति को एक ट्रक के माध्यम से राम मंदिर परिसर में ले जाया गया। मूर्ति को मंदिर के अंदर लाने के जटिल कार्य में क्रेन का उपयोग शामिल था।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार