लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भी नहीं भर पाये उड़ान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा को लेकर भारी चूक की खबर आ रही है। झारखंड में चुनावी सभा को सम्बोधित करने आये प्रधानमंत्री मोदी के विमान में तकनीकी खराबी आने के कारण उनके विमान की देवघर में रोकना पड़ा है। इसके कारण उनके दिल्ली लौटने के कार्यक्रम में देरी हो रही है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री को वापस ले जाने के लिए दिल्ली से दूसरा विमान उड़ चुका है।
यह कैसा संयोग है कि एक ओर देश के प्रधानमंत्री अपने विमान के कारण दिल्ली नहीं लौट पा रहे हैं, वहीं लोकसभा में नेता प्रतिसक्ष और कांग्रेस नेता, जो झारखंड में चुनाव प्रचार के लिए आये थे, प्रोटोकॉल के कारण उनके हेलीकॉप्टर को उड़ने की इजाजत नहीं मिली। राहुल गांधी शुक्रवार को झारखंड के गोड्डा में ही चुनावी सभा के बाद दिल्ली लौटने वाले थे। बताया जा रहा है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल ( ATC) से गोड्डा के बेलबड्डा से हेलिकॉप्टर को उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिली थी. जिसके बाद देवघर एयरपोर्ट पर उन्हें 45 मिनट तक रुकना पड़ा। राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर को टेकऑफ के लिए क्लीयरेंस नहीं मिलने को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि PM मोदी की सभा की वजह से ही उनके हेलिकॉप्टर को उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी गई। बाद में राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर को महगामा से उड़ान भरने की परमिशन मिली।
जानें प्रधानमंत्री के विमान C-295 विमान की विशेषताएं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विमान जिससे वह दिल्ली लौट रहे थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण देवघर में रुकना पड़ा, वह विमान सी-295 है। आइये जानते हैं कि उनके विमान C-295 की क्या हैं विशेषताएं-
- सी-295 विमान एक अत्यंत बहुमुखी और कुशल बहु-भूमिका सामरिक एयरलिफ्ट है। इसकी कई विशेषताओं के कारण, विमान का उपयोग रसद हस्तांतरण, बचाव कार्यों आदि से संबंधित विभिन्न कार्यों में किया जा सकता है।
- सी -295 विमान का नाम एक संक्षिप्त रूप है जो इसकी पेलोड क्षमता, इंजन की विशेषताओं और अन्य विवरणों को सटीक रूप से बताता है। एयरबस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, C का मतलब CASA है, ‘2’ का मतलब इसमें मौजूद इंजनों की संख्या है और 95 इंजन की पेलोड क्षमता है, जो 9.5 टन है।
- C295 विमान में अपने पूर्ववर्ती की तुलना में प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा PW100 का 2645 hp का अधिक शक्तिशाली इंजन, नया प्रोपेलर और पुनः डिजाइन किया गया पंख है।
- यह विमान 260 नॉट्स (481 किमी) की अधिकतम गति से 9 टन तक का पेलोड या 71 सैनिकों को उठा सकता है।
- यह विमान फिक्स्ड विंग विमानों और हेलीकॉप्टरों में हवा से हवा में ईंधन भरने में भी सक्षम है।
- सी-295 विमान की रेंज 5,000 किलोमीटर है और इसकी उड़ान क्षमता 11 घंटे है। यह विमान शॉर्ट टेकऑफ़ और लैंडिंग (एसटीओएल) में सक्षम है, जो इसे छोटे, कच्चे रनवे पर उतरने और उड़ान भरने की अनुमति देता है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: नेशनल सैंपल सर्वे ने बताया देश की 18% आबादी अनपढ़! क्या है झारखंड-बिहार का हाल?