अयोध्या ने मनायी ऐतिहासिक दीपावली, 500 वर्ष के ‘वनवास’ से लौटने के बाद पहली दिवाली

राम लला के अयोध्या मंदिर में फिर से आगमन की अयोध्या नगरी ने जमकर मनायी खुशियां। 500 वर्ष बाद ‘रामलला की मौजूदगी’ में रामनगरी में 35 लाख से अधिक व राम की पैड़ी पर 25 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित हुए। इस आयोजन के साक्षी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन-संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह बने। पर्यटन विभाग द्वारा लगाई गई झांकी का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने विशिष्ठ अतिथियों के साथ भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की अगुआनी की और भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण लक्ष्मण को रथ पर बैठाकर कार्यक्रम स्थल तक रथ भी खींचा।

बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण और रामलला के विराजमान होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसका इंतजार सिर्फ अयोध्या, उत्तर प्रदेश वासी, पूरा देश ही नहीं, पूरा विश्व कर रहा था। पूरी अयोध्या नगरी का दुल्हन की तरह शृंगार किया गया था।

शाम होते ही, सरयू घाट पर दीपों का प्रज्वलन कार्य शुरू हो गया। 25 लाख दीपों को जगमग करने के लिए राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाए गए थे। इन्हें प्रज्ज्वलित करने की जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वॉलंटियर्स तैनात थे। दीप जलने के बाद गिनीज बुक की टीम ड्रोन से गिनती कर रही थी।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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