असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी के विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिसवा शरमा बुधवार को चाईबासा पहुंचे. जहां उन्होंने आगामी चार नवंबर को होनेवाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया. इसी क्रम में उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. साथ ही पार्टी के असंतुष्टों के साथ बैठक कर बागी प्रत्याशियों को मनाने में सफल रहे. जहां नामांकन के अंतिम दिन चाईबासा, मनोहरपुर और मंझगांव सीट से बगावत कर चुनावी मैदान में कूदे प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया. मीडिया के सवालों पर बेहद ही सधे और नपेतुले अंदाज में हिमंता ने जवाब देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा सामने कर चुनाव नहीं लड़ती है जो पार्टी आलाकमान का निर्णय होगा उसे सबको मानना होता है. हमारी पहली प्राथमिकता चुनाव जीतने की है. दरअसल मीडिया कर्मी गीता कोड़ा के भूमिका पर हिमंता से सवाल कर रहे थे. वहीं कोल्हान के सीटों के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है. सभी 14 की 14 सीटों पर जीत होगी. हो भाषा को संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के सवाल पर हिमंता ने कहा कि उनके मेनिफेस्टो में यह शामिल है जैसे ही सरकार बनती है इसपर गंभीरता से विचार किया जाएगा. सीएम हिमंता ने बताया कि यदि झारखंड में भाजपा की सरकार बनती है तो पहले ही कैबिनेट में सीजीएल परीक्षा को रद्द किया जाएगा और गोगो दीदी योजना को लागू की जाएगी. उन्होंने दावा किया कि झारखंड में इस बार भाजपा की सरकार बनने जा रही है.
चाईबासा से राहुल शर्मा की रिपोर्ट