विश्व क्रिकेट में उपेक्षा का जिम्बाब्वे ने ICC को दिया करारा जवाब! T20 में सबसे बड़ा स्कोर-सबसे बड़ी जीत का वर्ल्ड रिकॉर्ड

वर्ल्ड क्रिकेट में कोई भी टीम छोटी या बड़ी नहीं होती, जिस दिन सितारे बुलंदी पर होते हैं, उसके आगे कोई भी टीम नहीं टिक सकती। यह साबित करके दिखाया है विश्व क्रिकेट में उपेक्षित चल रही जिम्बाब्वे ने। बुधवार को जिम्बाब्वे ने वह कमाल करके दिखाया है, वह विश्व क्रिकेट की दिग्गज टीमों के लिए भी इससे पहले सम्भव नहीं हो पाया है। जिम्बाब्वे टी20 विश्व कप उप-क्षेत्रीय अफ्रीका क्वालिफायर टूर्नामेंट में गाम्बिया के साथ मुकाबले में उतरी थी। इस मैच में जो हुआ वह कमाल ही था। जिम्बाब्वे की टीम ने पहले बल्लेबाजी शुरू की और जब उसकी पारी खत्म हुई तो स्कोर बोर्ड पर 20 ओवरों में स्कोर 4 विकेट पर 344 रन टंगा हुआ था। जी हां, आपने ठीक सुना 20 ओवरों में 344 रन। इससे पहले टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में किसी भी टीम ने इतना बड़ा स्कोर खड़ा नहीं किया था। इतना ही नहीं, जिम्बाब्वे ने टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों की सबसे बड़ी जीत भी हासिल कर ली है। जिम्बाब्वे ने गाम्बिया पर 290 रनों की रिकॉर्ड जीत हासिल की है।

केनिया के नैरोबी में खेले जा रहे मुकाबले में जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे ने 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 344 रन का स्कोर खड़ा। जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। जिम्बाब्वे के ब्रायन बेनेट और टी मारुमानी ने मिलकर पावरप्ले यानी 6 ओवरों में 98 रन बनाए। मारुमानी ने 19 गेंदों में 62 रनों की पारी खेली। ब्रायन बेनेट ने 50 रन बनाए। 7वें ओवर में कप्तान सिकंदर रजा बल्लेबाजी करने उतरे तो उसके बाद गाम्बिया की पूरी टीम तितर-बितर हो गई। सिकंदर रजा ने सिर्फ 33 गेंदों में शतक पूरा किया। इतना ही नहीं, सिकंदर रजा ने 43 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 133 रनों की पारी खेली। जिसमें 15 छक्के और 7 चौके शामिल है। रजा और क्लाइव मडांडे ने 40 गेंदों में 141 रनों की साझेदारी भी कर डाली। गाम्बिया के मुसा जोबार्थे ने 4 ओवर में 93 रन खर्च करे भी एक रिकॉर्ड बनाया। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी गाम्बिया की पूरी टीम 54 रनों पर ही ढेर हो गयी।

जिम्बाब्वे की यह अविश्वसनीय जीत पूरे विश्व क्रिकेट के लिए एक बड़ा सबक है, खासकर आईसीसी के लिए। बता दें कि जिम्बाब्वे की टीम लम्बे समय से काफी उपेक्षित चल रही है। जिम्बाब्वे लम्बे समय से किसी बड़े टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन पा रही है। इसका कारण यह भी है कि वह सिर्फ छोटी टीमों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल कर अपने वजूद को बचाये हुए है। बड़ी टीमों के साथ अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलने के कारण अपने स्तर को निखार नहीं पा रही है। भले ही जिम्बाब्वे ने गाम्बिया के साथ खेलते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाये हैं, लेकिन इतने बड़े रिकॉर्ड बनाकर उसने विश्व क्रिकेट का ध्यान अपनी ओर तो जरूर खींचा है। अब देखना यह है कि यह मैच जिम्बाब्वे के लिए क्या परिणाम लाता है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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