राजनीतिक हलकों से बेहद सनसनीखेजखबर आ रही है। सत्तारूढ़ पार्टी झामुमो को चुनाव से पहले ही झटका लगने वाला है! झामुमो को यह झटका उनके जुगसलाई उम्मीदवार मंगल कालिंदी के कारण लग सकता है। मंगल कालिंदी ने आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद एक नहीं दो ‘गलतियां’ की हैं। जिसका खमियाजा खुद उनको और उनकी पार्टी को झेलना पड़ सकता है। खबरों के अनुसार उन्होंने जो पहली ‘भूल’ की है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद वह एक शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जिसकी शिकायत भाजपा की ओर से की गयी है और चुनाव आयोग ने इसका संज्ञान लेते हुए जांच का निर्देश दिया है। मिलिंद कालिंदी की दूसरी ‘भूल’ शायद उनके लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है।
मंगल कालिंदी पर क्या-क्या लगे हैं आरोप?
झामुमो के जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी के बारे में बताया जा रहा है कि उन्होंने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद शिलान्यास किया था। जिसकी शिकायत भाजपा नेता अंकित आनंद ने चुनाव आयोग से की है। चुनाव आयोग ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिया हैं।
भाजपा नेता अंकित आनंद ने विधायक मंगल कालिंदी पर दूसरा आरोप लगाया है कि उन्होंने चुनावी हलफनामे में अपनी उम्र गलत दर्ज करायी है। चुनाव आयोग ने इस मामले में भी त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रारंभिक जांच के आदेश दे दिए हैं। अगर यह आरोप सही पाया जाते है तो विधायक मंगल कालिंदी की उम्मीदवारी खतरे में पड़ सकती है!
भाजपा की ओर से दर्ज करायी गयि शिकायत के मुताबिक मंगल कालिंदी की उम्म 2019 और 2024 के हलफ़नामे में अलग-अलग है। 2019 में उन्होंने अपनी उम्र 42 वर्ष बताई थी, जबकि 2024 के हलफ़नामे में उनकी उम्र 51 वर्ष बताई गई है। है न हैरत की बात! अगर यह शिकायत सही है तो 5 सालों में मिलिंद कालिंदी की उम्र में 9 वर्ष की वृद्धि हो गयी है।
अंकित आनंद ने इसके साथ ही निर्वाचन आयोग और जनता को गुमराह करने के कारण लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 125 (क-ii) के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: शक्ति प्रदर्शन के साथ प्रियंका गांधी ने वायनाड लोकसभा सीट से भरा पर्चा