पश्चिमी जमशेदपुर से चुनाव लड़ेंगे सरयू राय, बन्ना गुप्ता के लिए खड़ी करेंगे मुसीबत!

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी, आजसू पार्टी और जेडीयू का सीटों का बंटवारा लगभग फाइनल माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इस बार सरयू राय (Saryu Rai) ने जमशेदपुर पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। जेडीयू का दामन थामने के बाद उन्होंने  इस बार जमशेदपुर पूर्वी सीट की जगह जमशेदपुर पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ने पर सहमति जता दी है। अब वह यहाँ से एनडीए के प्रत्याशी होंगे। इसलिए यहां मुकाबला काफी दिलचस्प होने जा रहा है। क्योंकि यहां सीधा मुकाबला अब जदयू की टिकट पर सरयू राय और कांग्रेस के विधायक सह मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच होगा। वहीं पिछले पांच सालों से दोनों नेताओं के बीच छिड़ी जुबानी जंग छिड़ी हुई है। ऐसे में चुनाव का रोचक होना तय है।

इस वजह से पश्चिम सिंहभूम सीट पर बनी सहमति

दरअसल ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास और सरयू राय के बीच की जो खटास है, उसकी वजह से सरयू राय को जमशेदपुर पूर्वी सीट से  की बजाय पश्चिम सिंहभूम सीट से एनडीए का प्रत्याशी बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक रघुवर दास ने पूरी कोशिश की थी कि सरयू राय (Saryu Rai) के लिए पूर्वी सीट बीजेपी अपने पास ही रखे। हालांकि बीजेपी का एक वर्ग  चाहता था कि सरयू राय अपनी पुरानी सीट पश्चिमी जमशेदपुर से ही चुनाव लड़ें। अब सहमति बनने के बाद ऐसा पार्टी नेतृत्व ने इसी विकल्प को चुना है। इससे रघुवर दास की भी प्रतिष्ठा बचती दिख रही है। लेकिन जमशेदपुर पूर्वी सीट पर मजबूत उम्मीदवार खड़ा करना बीजेपी के लिए अब भी एक बड़ी चुनौती है। क्योंकि कांग्रेस की ओर से यहां डॉ अजय कुमार प्रत्याशी होने जा रहे हैं।

बन्ना गुप्ता और सरयू राय के बीच होती रही है सीधी भिड़ंत

जमशेदपुर पश्चिमी सीट पर कांग्रेस के बन्ना गुप्ता और सरयू राय (Saryu Rai) के बीच सीधी भिड़ंत होती रही है. 2005 में भाजपा की टिकट पर सरयू रहने सपा प्रत्याशी रहे बन्ना गुप्ता को हराया था। लेकिन 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी बनकर बन्ना गुप्ता ने सरयू राय को हरा दिया। लेकिन 2014 में सरयू राय ने एक बार फिर बन्ना गुप्ता को हराया। वहीं 2019 में भाजपा का टिकट कटने से नाराज सरयू राय ने तत्कालीन सीएम रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी सीट से चुनाव लड़ा और उन्हें हराकर यहाँ से विधायक बने।

जातीय समीकरण 

बात यहां जातीय समीकरण की करें तो मुस्लिम मतदाताओं का वोट बन्ना  गुप्ता को मिलता रहा है , लेकिन इस बार सरयू राय के जदयू प्रत्याशी बनने की वजह से मुस्लिम वोट बंटने की संभावना है . ओबीसी वोट की बात करें तो यह वर्ग यहाँ बीजेपी के पक्ष में ही मतदान करता आया है। हालाँकि बन्ना गुप्ता भी वैश्य वर्ग से आते हैं, लेकिन वहीं यह वर्ग हमेशा से बीजेपी का कोर वोटर रहा है। वहीं कुर्मी वोटर जो जदयू के समर्थन में खड़े होंगे, और इन्हें अपने पक्ष में करना उनके लिए चुनौती होगी।

 न्यूज़ डेस्क/ समाचार प्लस, झारखंड- बिहार 

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