झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पुरी तरह से चुनावी मूड में आ चुकी है। भाजपा का संकल्प है कि इस बार झारखंड की गठबंधन की सरकार को सत्ता से बेदखल कर देना है। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए भाजपा आगामी 20 सितंबर से परिवर्तन यात्रा निकालने जा रही है। इसी परिवर्तन यात्रा की योजना को साकार करने के लिए भाजपा ने सोमवार को एक बैठक बुलायी थी। बैठक में प्रदेश भाजपा के सभी दिग्गज नेता मौजूद थे। बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी ने झारखंड में ना सिर्फ सत्ता परिवर्तन का संकल्प लिया है, बल्कि राज्य की रोटी ,माटी और बेटी बचाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग पांच वर्षों से ठगबंधन सरकार ने झारखंड की स्वाभिमान, अस्मिता और पहचान को चोट पहुंचाया है। झारखंड के लोगो की पहचान ईमानदारी,सच्चाई और परिश्रम से है लेकिन हेमंत सरकार ने आज झारखंड को देश और दुनिया में बदनाम कर दिया है। झारखंड की पहचान लूट-खसोट, भ्रष्टाचार, नोटों के पहाड़ से हो गई है।
कैसी होगी भाजपा की परिवर्तन यात्रा?
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा की परिवर्तन यात्रा 20 सितंबर से 3 अक्टूबर तक चलेगी। परिवर्तन यात्रा सभी छह सांगठनिक प्रमंडलों से निकालेगी। यह यात्रा पूरे प्रदेश में 200 से अधिक प्रखंडों से गुजरते हुए 5400 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा सभी 81 विधानसभा क्षेत्र से गुजरेगी। यात्रा में 80 स्वागत कार्यक्रम, 65 सार्वजनिक रैली होगी, जिसमें राष्ट्रीय और प्रदेश के 50 से अधिक प्रमुख नेता शामिल होंगे।
कब-कहां से निकलेगी भाजपा की परिवर्तन यात्रा?
- संथाल परगना प्रमंडल – 20 सितंबर को भोगनाडीह से प्रारंभ होकर 30 सितंबर को संपन्न होगी।
- धनबाद प्रमंडल – झारखंडी धाम से 20 सितंबर को प्रारंभ होगी और 26 सितंबर को संपन्न होगी।
- पलामू प्रमंडल – 21 सितंबर को बंशीधर नगर से प्रारंभ होगी और 28 सितंबर को संपन्न होगी।
- हजारीबाग प्रमंडल – 21 सितंबर को इटखोरी स्थित भद्रकाली मंदिर से प्रारंभ होगी और 28 सितंबर को संपन्न होगी।
- दक्षिण छोटानगपुर प्रमंडल – 23 सितंबर को खूंटी स्थित आम्रेश्वर धाम से प्रारंभ होगी और 1 अक्टूबर को संपन्न होगी।
- कोल्हान प्रमंडल – चित्तेश्वर धाम बहरागोड़ा से 23 सितंबर को प्रारंभ होगी और 2 अक्टूबर को संपन्न होगी।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: अरविन्द केजरीवाल ने खेली ‘आतिशी’ पारी! कहीं चम्पाई सोरेन की कहानी तो नहीं दोहरायेगी दिल्ली!