आपकी सेवा से दुःख-दर्द में खड़े रहने की ताकत मिलती है – हेमंत सोरेन
आधी आबादी के सम्मान में आयोजित मंईयां सम्मान योजना को संबोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज दक्षिणी छोटानगपुर प्रमंडल के कोने-कोने से लोग आए हैं। प्रमंडलीय स्तर का यह पांचवां कार्यक्रम है जो महिलाओं को समर्पित है। राजधानी रांची में आयोजित इस कार्यक्रम में दक्षिणी छोटानगपुर से आकर आज इतिहास रचा जा रहा है और आज हमें एक नई ताकत मिल रही है। मुझे लगता है कि आने वाले समय में भी इतना ही आशीर्वाद आपका मिलेगा। आपके दुःख-दर्द में हम हमेशा खड़े रहे हैं। आपके दुःख का साझीदार बनना चाहता हूं। 2019 में हमने सरकार बनाई और उस वक्त से हमें लगातार चुनौतियां मिली है। कोरोना काल के मकड़जाल से निकलकर हमें राज्य को संवारने का काम किया है। कोरोना काल में गाड़ी, नौकरी कुछ भी उपलब्ध नहीं था उस दौर में हमने प्रवासी मजदूरों को वापस लाने का काम किया। मजदूरों के घर में हर दिन चूल्हा जले इसके प्रयास हमने किए हैं। लोगों को रोजगार देने का काम सरकार ने किया है। हम डबल इंजन की सरकार को उखाड़ फेंको और कोरोना महामारी आ गई। राज्य बदहाल था। अस्पताल, व्यवस्थाएं ठप थीं, प्रवासी मजदूरों का रोजगार जा रहे थे। ऐसे में हम हवाई जहाज से, रेल से और बस से प्रवासी मजदूरों को लेकर आए। इतना ही नहीं उन लोगों के लिए भोजन और रोजगार का इंतजाम किया। गांव गांव में मुफ्त भोजन बनाकर लोगों तक पहुंचाया। पूर्व की सरकार में भूख से लोग मर गए लेकिन हमने ऐसा नहीं होने दिया। इसी दौरान हमने आधी आबादी को सम्मान देने की दिशा में कदम बढ़ाया। भाजपा के लोगों ने मेरे कदमों को रोकने को कोशिश की और मुझे जेल भेज दिया। लेकिन सच्चाई आपके सामने हैं।
राज्य गठन को 24 साल हो गए, लेकिन पूर्व की सरकार राज्य को रांची से चलाती थी लेकिन हमने गांव-गांव, टोला-टोला भ्रमण कर कैंप का आयोजन किया और लोगों की समस्याओं से सीधे रूबरू हुए। जिसका नतीजा ये हुआ कि गांव की समस्याओं के निदान के लिया हमने योजनाएं बनानी शुरू की। पहले जहां बूढ़े लोगों को पेंशन मिलती थी, अब वही हर उम्र के लोगों को पेंशन योजना से आच्छादित किया जा रहा है। देश का पहला राज्य है जो सर्वजन पेंशन योजना लेकर आया है। गरीबों को समस्याओं को सुनकर मैं हमेशा परेशान हो जाता हूं। शायद यही वजह है कि राज्य के लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को चलाने का पक्षधर हूं। जब हमने सत्ता संभाली तो राज्य में कोष की स्थिति ठीक नहीं थी, इसके बाद भी हमने कई योजनाएं शुरू की। हमने राज्य की बच्चियों के लिए योजनाएं शुरू की। बेटी बोझ न बने इस मानसिकता को बदलने के लिए हमने सावित्री बाई फुले योजना की शुरुवात की। करीब 9 लाख बच्चियों को इस योजना से जोड़ा गया है। बच्चों को पढ़ाने के लिए गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट योजना लेकर हम आए हैं ताकि राज्य के बच्चे इंजीनियर, डॉक्टर बन सकें। इस योजना के तहत 15 लाख रुपए तक का लोन बिना किसी बैंक गारंटी के आपको मिल जाएंगे। 4 प्रतिशत ब्याज पर हम छात्रों को लोन दिलवाने का काम कर रहे हैं।
उसके बाद राज्य की आधी आबादी के लिए कदम बढ़ाया। डबल इंजन की सरकार ने खजाना खाली कर दिया और राज्य को कर्ज में डूबा दिया। यहां कोयला, लोहा, खनिज रहने केबाद भी स्थिति दुःखद थी। पता चला कि एक लाख 36 हजार करोड़ केंद्र पर बकाया है। केंद्र सरकार ने पैसा नहीं दिया नतीजा ये हुआ कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हमें खनिज कंपनियों से पैसा वसूलने का अधिकार मिला। केंद्र सरकार ने इसी वजह से हमारे पीछे सीबीआई और ईडी लगा दी और हमें जेल भेज दिया।
राज्य की हर महिला जो 21 वर्ष से 50 साल के बीच है उन्हें इस योजना से जोड़ा गया है। रोटी कपड़ा और मकान हर व्यक्ति की जरूरत है। हम इसी सोचकर को अमलीजामा पहना रह हैं अबू आवास योजना की शुरुवात की है। हम साल में दो बार गरीबों को धोती साड़ी और लूंगी दें का काम कर रहे हैं। सोना सोबरन धोती साड़ी योजना संचालित की गई है ताकि गरीब महिलाएं सम्मान के साथ रह सकें। हमने 20 लाख नए हरा राशन कार्ड बनाया है। केंद्र ने कई मोर्चे पर हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया है। राज्य के किसान मजदूर दलित लोगों के प्रति कितनी वफादार है ये आप भी जानते हैं। भाजपा वाले सिर्फ मंत्री विधायक की खरीद फरोख्त और सरकार गिराने की जुगत में लगे हुए हैं। पीएम आवास में हमने हिस्सा मांगा लेकिन वह पैसा हमें नहीं मिला बल्कि बगल के प्रदेश में जहां भाजपा को सरकार चलती है वहां दे दिया गया। उसके बाद हमने सर्वे कराया जिसमें 20 लाख गरीब का डाटा निकल सामने आया। हमने सभी को आवास बनाने का संकल्प लिया है। और काम शुरू कर दिया गया है। राज्य के गरीबों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी। गरीबों का बकाया बिजली बिल माफ कर रहे हैं। रोजगार बड़े स्तर पर दिए गए है लेकिन विपक्ष ने टीना का चश्मा लगाया हुआ है। और गुजरात और मध्यप्रदेश से आकर लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं । ये लोग आए दिन जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। असम के नेता हिंदू मुस्लिम में तनाव फैलाने के लिए कई डिग्री हासिल की हुई हैं
झारखंड वीरों को भूमि है। यहां के लोग गरीब जरूर है लेकिन स्वाभिमानी है। उनसे अपना राज्य तो संभालता नहीं है वह खुद बांग्लादेशी को रास्ता देते हैं और आरोप झारखंड पर लगाते हैं। ये भाजपा के लोग सिर्फ मीठा बोलने जानते हैं लेकिन मन में बहुत कड़वाहट है। कभी आदिवासी, सरना, ईसाई, मुस्लिम में बांटने का काम कर रही है भाजपा। हमारे पीछे पूर्व के सात सात मुख्यमंत्री पड़े हुए हैं। और किसी प्रकार सरकार गिराने का षड्यंत्र रच रहे हैं। आने वाले समय में हर घर में एक एक लाख पहुंचाएंगे। आप बेफिक्र रहे हम वोट के लिए पैसे नहीं बांट रहे हैं बल्कि हमने करीब से देखी है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: गुरुजी क्रेडिट कार्ड की सीमा 15 से 50 लाख रुपये की जाये झारखंड राज्य युवा आयोग ने की मांग