झारखंड का आतंकी कनेक्शन! पहले भी पकड़ में आये हैं आतंक के आका!

डॉक्टर भगवान ही नहीं होते, ‘भगवान’ का चोला पहनकर शैतान का काम भी करते हैं। ऐसे ही एक डॉक्टर गुरुवार को पुलिस की गिरफ्त में आया है। उत्तर प्रदेश, झारखंड, राजस्थान समेत देशभर में आतंक के नये माड्यूल पर एटीएस ने शिकंजा कसते हुए जब 16 ठिकानों पर छापामारी की तो उसमें रांची के बरियातू के जोड़ा तालाब निवासी और ‘भेड़ की खाल में भेड़िया’ डॉ इश्तियाक को गिरफ्तार किया गया। यह पूरे माड्यूल का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। इश्तियाक के अलावा लोहरदगा के हिंजला निवासी अलताफ अंसारी को राज्स्थान पुलिस ने भिवंडी से गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं, एटीएस की टीम ने हजारीबाग के लोसिंघना थाना क्षेत्र के लोसिंघना चौक से मोहम्मद फैजान को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी मोहम्मद फैजान अहमद अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट का सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है। गिरफ्तार संदिग्ध का नाम फैजान अहमद है। मोहम्मद फैजान अहमद होलसेल का व्यापार हजारीबाग में करता है। अपनी पहचान छुपा कर आतंकी संगठन के लिए काम कर रहा था। इसके माता-पिता मंडई में रहते हैं और यह खुद लोहसिंघना में रहता था। ये एक रांची के डॉक्टर इस्तियाक अहमद से यह संपर्क में थे। डॉक्टर इश्तियाक हजारीबाग आए थे और इनसे मुलाकात की थी। दोनों ने हजारीबाग के एक होटल में भोजन भी किया था। डॉक्टर इश्तियाक की गिरफ्तार पहले ही हो चुकी है। एटीएस की टीम ने दो लैपटॉप, एक किताब, मोबाइल फोन और कुछ इलेक्ट्रॉनिक गैजट्स भी जब्त किए गये हैं।

झारखंड का निकलता रहा है आतंकी कनेक्शन

ऐसा पहली बार नहीं है कि झारखंड का आतंक का कनेक्शन पहली बार निकला है। इससे पहले भी आतंकियों ने झारखंड के रास्ते देश को दहलाने की साजिश का कई बार पर्दाफाश हो चुका है। अब तक झारखंड के विभिन्न जिलों में 25 से ज्यादा आतंकियों को पकड़ा गया है। जिनका सम्बंध विभिन्न आतंकी संगठनों से तो है ही, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, बर्मा व बांग्लादेश आदि देशों में ये सक्रिय बताया गये हैं। इन आतंकियों का काम झारखंड में आतंक का प्रचार, समान विचारधारा वाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए लोगों को संगठन में भर्ती करना है। अलकायदा, सिम्मी, इंडियन मुजाहिद्दीन, लश्कर ए तैयबा समेत कई दूसरे आतंकी संगठनों के लिए ये काम करते रहे हैं। अंडरवर्ल्ड सरगना दाउद इब्राहिम के गिरोह के लिए भी ये काम कर चुके थे।

  • 2002 में हजारीबाग के ही सदर थाना क्षेत्र के खिरगांव मुहल्ले में 28 जनवरी को दो आतंकी मारे गये थे। इदरीश की घटनास्थल पर और सलीम नामक आतंकी की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। सलीम के बयान के अनुसार, दोनों आतंकी पाकिस्तानी और लश्कर-ए-तोएबा संगठन से जुड़े थे।
  • 2012 में 29 फरवरी में हजारीबाग स्थित पगमिल मोहल्ले के कश्मीर हाउस से लश्कर के आतंकी तौफिक को गिरफ्तार किया गया था। उसकी निशानदेही पर दिल्ली में उसके एक साधी एहतेशाम को गिरफ्तार किया गया था।
  • 2020 में दिसम्बर में मानगो सहारा सिटी में छापेमारी कर अब्दुल माजिद कुट्टी को गिरफ्तार किया था।
  • 2023 में जुलाई में लोहरदगा से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया के आतंकी फैजान उर्फ फेज की गिरफ्तारी हुई थी। 19 साल का फैजान सोशल मीडिया पर लोगों को दहशत फैलाने का काम कर रहा था।
  • 2023 में सितम्बर में आतंकी संगठन आइएसआइएस के झारखंड मॉड्यूल केस में एनआइए की टीम ने रतलाम के खजूरी देवड़ा निवासी राहुल सेन उर्फ उमर उर्फ उमर बहादुर को गिरफ्तार किया है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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