झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन (Champai Soren) सहित JMM के कई अन्य विधायकों के बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि घर और पार्टी पैसे के दम पर तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी बहुत जल्द चुनाव का घंटी राज्य में बजने वाला है। ये चुनाव कब होगा, इसकी घंटी हमारे विरोधी बीजेपी के पास है। चुनाव आयोग अब संवैधानिक संस्थान नहीं है, वो अब बीजेपी की संस्था हो गई है। हम तो चुनौती देकर कहते हैं कि आज चुनाव कराओ, कल झाड़ू-पोंछा मारकर इनको गुजरात भेजना होगा।
चंपई सोरेन और बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे कहा, “ये गुजरात, असम, महाराष्ट्र से लोगों को लाकर आदिवासी, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक के ऊपर जहर बोने और एक दूसरे से लड़ाने का काम करते हैं। समाज तो छोड़िए ये लोग घर फोड़ने और पार्टी तोड़ने का काम करते हैं। आये दिन कभी इस विधायक को खरीद लो, कभी उस विधायक को खरीद लो और पैसा ऐसी चीज है कि नेता लोगों को भी इधर-उधर जाने में देरी नहीं लगता है, खैर कोई बात नहीं, हमारा इंडिया गठबंधन की सरकार 2019 से लगातार जनता के बीच खड़ी है।”
चंपई के घर से भी हटा पार्टी का झंडा
बता दें कि चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का नाम हटा दिया है। वहीं, उनके पैतृक गांव स्थित घर से भी पार्टी का झंडा हटाया गया है। पूर्व सीएम चंपई सोरेन के विधायक प्रतिनिधि सनंद आचार्य ने भी अपने एक्स हैंडल से पार्टी का नाम हटा दिया है। वहीं, JMM विधायक दशरथ गागराई ने बीजेपी में जाने की खबर का खंडन किया है। उन्होंने गुरु शिबू सोरेन को अपना नेता बताया है। साथ ही कहा है कि आधी रोटी खा लेंगे, मगर गुरु जी के मान-सम्मान को नीचे नहीं होने देंगे।
सीएम की कुर्सी संभाल चुके हैं चंपई सोरेन
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ED की ओर से हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन 2 फरवरी 2024 से 3 जुलाई 2024 तक झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। हालांकि, हेमंत सोरेन ने जमानत पर जेल से बाहर निकलने के बाद फिर से सीएम की कुर्सी संभाली थी। उस समय भी चंपई सोरेन की सीएम पद से विदाई के बाद नाराजगी की खबरें सामने आई थीं। दावा तो यहां तक किया गया था कि काफी मनाने के बाद चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में शामिल होने का प्रस्ताव स्वीकार किया था।
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