राजधानी रांची के रातू रोड स्थित मॉल ऑफ़ रांची का अमानवीय रवैया सामना आया है। इसकी चारों ओर भर्त्सना की जा रही है। अभी श्रावण मास चल रहा है। इस महीने में कांवरियों का हुजूम केसरिया वेश धारण किये, कंधे पर कांवर लेकर नंगे पैर, सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा तय करते हैं। ये कांवरिये जहां से भी गुजरते हैं, उनके स्वागत के लिए धर्म का भेदभाव भूलकर लोग इनका दिल से इनका स्वागत करते हैं।
जगह-जगह इनके स्वागत और देखरेख के लिए शिविर बनाये जाते हैं, लेकिन लगता है, मॉल ऑफ रांची के मालिकों के दिल ही नहीं, उनके मॉल में भी इनके लिए जगह नहीं है। उन्होंने नंगे पैर पहुंचे कांवरियों को मॉल में घुसने से रोक दिया गया। देवघर से बाबा बैद्यनाथ पर जल चढ़ाकर लौटे श्रद्धालु रातू रोड से गुजरते हुए हुए मॉल कों खुला देख खरीदारी करने के उद्देश्य से पहुंचे, लेकिन मॉल के गार्ड ने मॉल में जाने से इसलिए रोक दिया, क्योंकि श्रद्धालु नंगे पांव थे। इस घटना पर बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने अंग्रेजों के शासन की याद दिला दिया। इस घटना की जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है। बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी इस घटना की तीखी निंदा की है।
आप भी सुनिये बिरंची नारायण ने इस घटना पर क्या कहा-
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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