राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET)-UG 2024 के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को अपना पहला आरोपपत्र दायर कर दिया है। आरोप पत्र में 13 लोगों के नाम है, जो बिहार से हैं।
सीबीआई ने इन्हें बनाया है आरोपी
सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी, 201, 409, 380, 411, 420 एवं 109 के तहत 13 आरोपी व्यक्तियों यथा नीतीश कुमार, अमित आनंद, सिकंदर यादवेंदु, आशुतोष कुमार-1, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, आशुतोष कुमार-2, अखिलेश कुमार, अवधेश कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार एवं आयुष राज को आरोपी बनाया है।
बता दें कि यह मामला शुरू में शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन, पटना में 5 मई को दर्ज किया गया था। इसके बाद यह केस 23 जून को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया गया था। आरोपियों के विरुद्ध सुबूत इकट्ठा करने के लिए सीबीआई ने उन्नत फोरेंसिक तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी, सीसीटीवी फुटेज, टॉवर लोकेशन विश्लेषण आदि का उपयोग किया है।
सभी पहलुओं पर जांच कर रहा सीबीआई
सीबीआई अन्य आरोपियों/संदिग्धों के विरुद्ध एवं मामले के अन्य पहलुओं पर आगे की जांच जारी रखे हुए है। कई अन्य आरोपी पहले से ही पुलिस/न्यायिक हिरासत में हैं। जैसे ही इन आरोपियों/संदिग्धों के विरुद्ध आगे की जांच पूरी हो जाएगी, पूरक आरोप पत्र दायर किया/किए जाएंगे। सीबीआई ने इस मामले में अब तक 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 15 बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं एवं 58 स्थानों पर तलाशी ली गई है। इस मामले में दिन प्रतिदिन आधार पर जांच जारी है।
सीबीआई के आरोप पत्र में दर्ज आरोपियों में किसकी क्या भूमिका?
- सीबीआई के आरोपपत्र में पेपर लीक के सरगना और बिचौलियों से लेकर अभ्यर्थी और उनके अभिभावक तक आरोपी बनाए गए है।
- नीतीश और अमित पेपर सॉल्वर गैंग के सदस्य हैं और मामले के सरगना हैं। गोपालपुर के नीतीश ने अमित और सिकंदर के साथ मिलकर प्रश्न पत्र 30 लाख रुपये प्रति छात्र बेचने की साजिश रची थी।
- यादवेंदु दानापुर टाउन काउंसिल में जूनियर इंजीनियर है। उसने अमित से कहा था कि उसके पास पेपर खरीदने के लिए 4 छात्र तैयार हैं। नीतीश पहले भी बिहार लोक सेवा परीक्षा के पेपर लीक करने के मामले में जेल जा चुका है।
- आशुतोष कुमार-1 भी अमित का सहयोगी है।
- अनुराग और आयुष दोनों छात्र हैं और अखिलेश आयुष के पिता हैं।
- अनुराग, सिकंदर का भतीजा है। इन्होंने पेपर खरीदने के लिए अन्य छात्रों से संपर्क किया था।
- मनीष छात्रों को सेफ हाउस में लेकर आया था, जबकि आशुतोष कुमार-2 ने सेफ हाउस के लिए लर्न प्ले स्कूल में किराए का मकान दिया था।
- रोशन, सिकंदर का चालक है, जिसने लोगों को लाने और ले जाने में मदद की थी।
- CBI ने हजारीबाग स्कूल के प्रधानाचार्य, उप-प्रधानाचार्य, कुछ मेडिकल छात्रों को भी गिरफ्तार किया है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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