हिमाचल में टूट कर बरसे बादल, मंडी, कुल्लू, शिमला में मची तबाही, 3 की मौत, 58 लापता

केरल के वायनाड के बाद अब हिमाचल प्रदेश में बादलों ने तबाही मचायी है।  शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में बादल फटने से आयी बाढ़ से यहां का मंजर काफी भयावह हो गया है। नदियां पूरे उफान पर हैं। इन तीनों जिलों में 58 लोग लापता बताये जा रहे है। इनमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं। जबकि अब तक की जानकारी के अनुसार 3 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल्लू के जाओन व निरमंड में बादल फटने से श्रीखंड यात्रा का बेस कैंप प्रभावित हुआ है।

सबसे ज्यादा तबाही शिमला के रामपुर में

हिमाचल में सबसे ज्यादा तबाही शिमला जिले के रामपुर इलाके के झाकड़ी में मची है। बारिश के बाद यहां भूस्खलन भी हुआ है। जिसमें 36 लोगों के लापता होने की खबर है। 35 लोगों को सुरक्षित बचाया गया हैं। तबाही से प्रभावित लोगों को बचाने का काम युद्धस्तर पर चल  रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व अग्निशमन की टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं।

तबाही के बाद प्रशासन ने स्कूल और शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश दे दिया है। मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को भी अलर्ट किया है। मदद की जरूरत होने पर सेवाएं ली जाएंगी।

आपदा की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कर रहे मॉनिटरिंग

हिमाचल में आयी भीषण आपदा की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद कर रहे हैं और चलाये जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी ले रहे  हैं। उन्होंने कहा है कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होम गार्ड और फायर सर्विसेज की टीमें राहत, खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य को सुचारु रूप से करने के निर्देश दिये गए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से भी सर्वे करेंगे।

उधर, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी बादल फटने के कारण हुए जान-माल के नुकसान पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और प्रभावितों को त्वरित एवं हर सम्भव राहत प्रदान करने के निर्देश दिया है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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