Mann Ki Baat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann Ki Baat) के 112वें एपिसोड में देशवासियों से बात करते हुए पेरिस ओलंपिक के अलावा मैथ ओलंपियाड पर चर्चा की. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कार्यक्रम में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ का जिक्र करते हुए लोगों से सुझाव मांगे और साथ ही वादा किया कि लोगों के सुझावों को 15 अगस्त के अपने भाषण में शामिल करेंगे.
‘पेरिस ओलंपिक में खिलाड़ियों का उत्साह वर्द्धन करें’
पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘इस समय पूरी दुनिया में पेरिस ओलंपिक छाया हुआ है. उन्होंने कहा कि ओलिंपिक हमारे खिलाड़ियों को विश्व पटल पर तिरंगा लहराने का मौका देता है, देश के लिए कुछ कर गुजरने का मौका देता है. आप भी अपने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाइए.
ओलंपियाड विजेताओं से बात की
मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने मैथ ओलंपियाड के विजेताओं से बात की. पीएम मोदी ’13वीं शताब्दी के शुरू होकर 19वीं शताब्दी की शुरुआत तक चलने वाले अहोम साम्राज्य की भी चर्चा की . उन्होंने यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल मैदाम की चर्चा करते हुए कहा कि इस लिस्ट में यह भारत की 43वीं, लेकिन नॉर्थ ईस्ट की पहली साइट होगी. उन्होंने अहोम राजवंश के लोगों द्वारा अपने पूर्वजों के शव और उनकी कीमती चीजों को पारंपरिक रूप से मैदाम में रखने की विस्तार से चर्चा की .
पीएम मोदी ने की प्रोजेक्ट परी की सराहना
पीएम मोदी ने कहा, ‘प्रोजेक्ट परी , पब्लिक आर्ट को लोकप्रिय बनाने के लिए उभरते कलाकारों को एक मंच पर लाने का बड़ा माध्यम बन रहा है. आप देखते होंगे, सड़कों के किनारे, दीवारों पर, अंडरपास में बहुत ही सुंदर पेंटिंग बनी हुई दिखती हैं. ये पेंटिंग्स और ये कलाकृतियां यही कलाकार बनाते हैं जो PARI से जुड़े हैं. इससे जहां हमारे सार्वजनिक स्थानों की सुंदरता बढ़ती है वहीं हमारे कल्चर को और ज्यादा पॉपुलर बनाने में भी मदद मिलती है.’
‘अब तक खादी के वस्त्र नहीं खरीदे, तो इस साल से शुरू कर लें’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘UNNATI सेल्फ हेल्प ग्रुप से ‘ से जुड़कर ब्लॉक प्रिंटिंग और रंगाई में ट्रेनिंग हासिल करने वाली महिलाओं की चर्चा की . उन्होंने कहा की कपड़ों पर रंगों का जादू बिखेरने वाली ये महिलाएं आज लाखों रुपए कमा रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह हैंडलूम उत्पादों ने लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है, वो वाकई बहुत सफल है, जबरदस्त है. अब तो कई निजी कंपनियां भी AI के माध्यम से हैंडलूम उत्पाद और Sustainable Fashion को बढ़ावा दे रही हैं. आपने अब तक खादी के वस्त्र नहीं खरीदे, तो इस साल से शुरू कर लें. अगस्त का महीना आ ही गया है ये आजादी मिलने का महीना है, क्रांति का महीना है. इससे बढ़िया अवसर और क्या होगा, खादी खरीदने के लिए. उन्होंने कहा कि इस उद्योग से सबसे ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं, तो सबसे ज्यादा फायदा भी उन्हीं को हो रहा है.’
ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में MANAS हेल्पलाइन उपयोगी : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सरकार ने एक विशेष केंद्र खोला है, जिसका नाम है – ‘मानस’. ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में ये बहुत बड़ा कदम है. कुछ दिन पहले ही ‘मानस’ की हेल्पलाइन और पोर्टल को लौंच किया गया है. सरकार ने एक टोल फ्री नंबर ‘1933’ जारी किया है. इस पर कॉल करके कोई भी जरूरी सलाह ले सकता है . ‘मानस’ के साथ साझा की गई हर जानकारी गोपनीय रखी जाती है. उन्होंने आग्रह किया कि MANAS हेल्पलाइन का भरपूर उपयोग करें.’
‘कुल्हाड़ी बंद पंचायत’ अभियान दिलचस्प है – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत में तो Tigers ‘बाघ’, हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है. हम सब बाघों से जुड़े किस्से-कहानियां सुनते हुए ही बड़े हुए हैं. जंगल के आस-पास के गांव में तो हर किसी को पता होता है कि बाघ के साथ तालमेल बिठाकर कैसे रहना है. हमारे देश में ऐसे कई गांव हैं, जहां इंसान और बाघ के बीच कभी टकराव की स्थिति नहीं आती, लेकिन जहां ऐसी स्थिति आती है, वहां भी बाघों के संरक्षण के लिए अभूतपूर्व प्रयास हो रहे हैं. ‘उन्होंने आगे कहा, ‘जन-भागीदारी का ऐसा ही एक प्रयास है “कुल्हाड़ी बंद पंचायत”. राजस्थान के रणथंभौर से शुरू हुआ ‘कुल्हाड़ी बंद पंचायत’ अभियान बहुत दिलचस्प है. स्थानीय समुदायों ने स्वयं इस बात की शपथ ली है कि जंगल में कुल्हाड़ी के साथ नहीं जाएंगे और पेड़ नहीं काटेंगे. इस एक फैसले से यहां के जंगल, एक बार फिर से हरे-भरे हो रहे हैं, और बाघों के लिए बेहतर वातावरण तैयार हो रहा है.’
‘एक पेड़ मां के नाम’ से लोग जुड़ रहे हैं’
पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) कार्यक्रम में आपसे ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम की चर्चा की थी. मुझे खुशी है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं. ‘ उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों से तो पूरे देश में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के लिए सबका जोश हाई रहता है. गरीब हो, अमीर हो, छोटा घर हो, बड़ा घर हो, हर कोई तिरंगा लहराकर गर्व का अनुभव करता है.
न्यूज़ डेस्क/ समाचार प्लस, झारखंड- बिहार
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