झारखंड में कहीं सितम्बर में तो नहीं होंगे चुनाव? चार राज्यों में एक साथ चुनाव निर्वाचन आयोग के लिए चुनौती

Will there be elections in Jharkhand in September?

झारखंड में अभी चुनाव का माहौल बन भी नहीं पाया है कि निर्वाचन आयोग ने झारखंड समेत चार राज्यों में चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। झारखंड में वैसे तो नवम्बर-दिसम्बर में पिछले चुनाव हुए थे, अगर इस बार ये चुनाव सितम्बर में भी हो जायें तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है। ताजा खबर यह है कि चुनाव आयोग की टीम दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को रांची आ रही है। रामगढ़ जिले के पतरातु में निर्वाचन आयोग की टीम इन दो दिनों में झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन करेगी।

इस साल महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होने हैं। पूरी उम्मीद है कि चुनाव आयोग इस बार चारों राज्यों में एक साथ चुनाव कराये। सितम्बर महीने में इसलिए चुनाव कराये जाने की सम्भावना है, क्योंकि अक्टूबर और नम्बर महीने में दशहरा, दीपावली और छठ पर्व विशेषकर झारखंड में मनाया जाता है। फिर सितम्बर माह में बारिश का प्रकोप भी कम होने लगता है। चूंकि निर्वाचन आयोग एक साथ चुनाव इन चारों राज्यों में कराना चाहता है, इसलिए सितम्बर का महीना इसके लिए ज्यादा मुफीद होगा। सितम्बर से अक्टूबर ताक यानी दशहरा शुरू होने से पहले, चुनाव कराया जाना सम्भव हो सकता है। वैसे भी चुनाव आयोग के पास छह महीना पहले चुनाव कराना का अधिकार होता है। बता दें कि इस बार नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो रही है और विजयीदशमी 12 अक्टूबरको है। दीपावली इस बार 1 नवम्बर को पड़ेगी और छठ पर्व 7 नवम्बर को पड़ेगा। 13 अक्टूबर के बाद भी चुनाव कराया जा सकता है। लेकिन झारखंड में तब पार्टियों के पास अपनी चुनावी तैयारी के लिए समय कम होगा। क्योंकि नवरात्र से लेकर छठ तक जनता अपनी धार्मिक अनुष्ठानों में व्यस्त रहती है। अब देखना यह है कि निर्वाचन आयोग खासकर झारखंड के चुनाव को लेकर क्या फैसला करता है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें:  उत्तराखंड में कुछ यू टूट कर गिरा पहाड़, पर्यटकों ने भाग कर बचायी जान