इधर सास ने भारत में राजनीति में रखा कदम, उधर ब्रिटेन में दामाद की सत्ता से विदाई

ब्रिटेन में अबकी बार लेबर पार्टी 400 के पार!

बात कर रहे हैं, इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व मैनेजर और लेखिका सुधा मूर्ति की जिनकी कुछ समय पहले ही राज्यसभा में इंट्री हुई। और जिन्होंने पिछली 3 जुलाई को राज्यसभा में जब अपना पहला भाषण दिया तो पीएम नरेन्द्र मोदी भी उनके मुरीद हो गये। एक तरह से देखा जाये सुधा मूर्ति के लिए संसद में यह महत्वपूर्ण दिन था। लेकिन इत्तेफाक देखिये कि उसके अगले दिन यानी 4 जुलाई को ब्रिटेन में हुए चुनाव में उनके दामाद ऋषि सुनक को हार का सामना करना पड़ा। ऋषि राजनीति में तो बने रहेंगे, लेकिन ब्रिटेन की सत्ता उनके हाथ से निकल गयी है।

चुनाव परिणामों के बीच कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और मौजूदा प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। सुनक रिचमंड और नॉर्थलेर्टन में अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे, लेकिन उन्होंने इस आम चुनाव में लेबर पार्टी की जीत को स्वीकार किया।

मतदान के बाद एग्जिट पोल में भी कीर स्टारमर की अगले प्रधानमंत्री के रूप में भविष्यवाणी की गई थी। एग्जिट पोल ने बता दिया था कि लेबर पार्टी को बहुमत मिलने जा रही है और कंजर्वेटिव पार्टी को काफी नुकसान होगा। एग्जिट पोल के अनुसार, लेबर पार्टी 650 सीटों वाली संसद में 410 सीटें जीतने जा रही है। यानी अब 14 साल के कंजर्वेटिव शासन का अंत होने जा रहा है। पार्टी के भीतर आंतरिक कलह को कंजर्वेटिव के खराब प्रदर्शन का प्रमुख कारक माना जा रहा है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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