NEET Scam Jharkhand: NEET Scam मामले में CBI का बड़ा एक्शन, झारखंड के धनबाद से पकड़ा गया मुख्य साजिशकर्ता

NEET Scam Jharkhand

NEET Scam Jharkhand: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए मुख्य साज़िश्कर्ता  अमन सिंह को गिरफ्तार किया है. बुधवार 3 जुलाई को सीबीआई की टीम झारखंड पहुंची और धनबाद से आरोपी को गिरफ्तार किया जबकि एक आरोपी भागने में सफल रहा.

एजेंसी ने इससे पहले हजारीबाग में स्थित ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य और कथित तौर पर नीट परीक्षार्थियों को ठहरने के लिए वह फ्लैट उपलब्ध कराने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था, जहां से बिहार पुलिस ने जले हुए प्रश्नपत्र बरामद किए थे. सीबीआई ने इस मामले में छह प्राथमिकी दर्ज की है. बिहार में दर्ज प्राथमिकी पेपर लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात और राजस्थान में दर्ज प्राथमिकी परीक्षार्थी के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं.

शनिवार को एजेंसी ने मामले के संबंध में झारखंड के एक पत्रकार को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम जमालुद्दीन अंसारी है, जो राज्य में एक हिंदी समाचार पत्र के लिए काम करता है, अधिकारियों ने कहा कि उसे प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस की मदद करने की कोशिश करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.

पंचमहल जिले में गोधरा के पास स्थित जय जलाराम स्कूल के मालिक दीक्षित पटेल को कथित तौर पर उम्मीदवारों से उनके परीक्षा अंक बढ़ाने का वादा करके ₹5 लाख से ₹10 लाख के बीच मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पंचमहल जिले में गोधरा के पास स्थित जय जलाराम स्कूल के मालिक दीक्षित पटेल को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीट पेपर मामले की जांच कर रही सीबीआइ टीम के दो इंस्पेक्टर बुधवार धनबाद पहुंचे थे. टीम सरायढेला एवं गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कई इलाकों में छापामारी की. सरायढेला थाना क्षेत्र के बापू नगर से अमन सिंह नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. जबकि उसका सहयोगी बंटी जो गोविंदपुर का रहने वाला है भागने में सफल रहा. सीबीआई टीम ने बंटी की एसयूवी गाड़ी जब्त कर ली. सूत्रों के अनुसार अमन सिंह का रिश्ता हजारीबाग गैंग से है. उसी गैंग के साथ अमन एवं बंटी काम करते थे. झरिया के एक शख्स की भूमिका की भी जांच हो रही है.

धनबाद में नीट की परीक्षा आठ सेंटरों पर हुई थी. इन केंद्रों पर कुल 3921 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे. इन केंद्रों में टाटा डीएवी जामाडोबा, जीजीपीएस बैंक मोड़, डीएवी स्कूल बनियाहीर, द्वारिका मेमोरियल विशनपुर, किड्स गार्डेन झरिया, स्कूल कुसुंडा, झारखंड पब्लिक स्कूल बलियापुर एवं डीएवी कोयला नगर शामिल है. इन सेंटरों में परीक्षा ड्यूटी करने वाले भी सशंकित हैं.

नीट-यूजी परीक्षा को लेकर बवाल क्यों ?

5 मई को नीट यूजी की परीक्षा का आयोजन किया था और 10 जून को परिणाम घोषित किया. परिणाम सामने आने के बाद स्टूडेंट्स ने धांधली का आरोप लगाते हुए खूब हंगामा किया. परीक्षा में 6 केंद्रों पर देरी से परीक्षा शुरू होने के कारण समय के नुकसान की भरपाई के लिए 1,563 परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. बवाल मचने के बाद छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए गए और उनकी दोबारा परीक्षा भी हुई.

नीट-यूजी पेपर लीक मामले को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है. परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए छात्र इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं. तो वहीं पूरे मुद्दे को लेकर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है. इस मामले की गूंज संसद सत्र में भी सुनने को मिली. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मामले में सख्त जांच और जिम्मेदार लोगों पर एक्शन लेने का भरोसा दिया है.

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