राहुल गांधी के हिन्दुत्व बयान पर संसद गर्म, गोड्डा सांसद निशिकांत ने भी कहा माफी मांगें

Parliament heated up over Rahul's Hindutva statement, MP Nishikant also said he should apologize

लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरएसएस और हिन्दुत्व पर की गयी टिप्पणी पर सदन में तीखी बहस हुई। राहुल गांधी ने संविधान के बहाने मोदी सरकार पर जमकर हमला किया। राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. इसकी वजह है. हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है. हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत. शिवजी बोलते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं. दूसरी ओर जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए.’

राहुल गांधी के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा आरम्भ कर दिया. प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के बयान की आलोचना की।

इस बीच झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत ने राहुल गांधी के बयान को आलोचना करते हुए कहा- “वह (राहुल) संविधान की बात कर रहे हैं और इसी संविधान के अनुच्छेद 25 में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति धर्म के आधार पर किसी के खिलाफ बयान नहीं दे सकता। उन्होंने हिंदुओं को हिंसक कहकर उनका अपमान किया है… उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए…कांग्रेस संविधानस से ऊपर नहीं है.”

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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