पाकुड़ में मवेशी काटने को लेकर हुए विवाद में बमबाजी और आगलगी की घटना से स्थिति तनावपूर्ण, पुलिस रेस

बकरीद पर्व पर झारखंड और पश्चिम बंगाल सीमा पर गोपीनाथपुर गांव में सोमवार को प्रतिबंधित मवेशी काटने को लेकर हुई उत्पन्न विवाद में बमबाजी और आगलगी की घटना से स्थिति आज तनावपूर्ण बन गई है। हालांकि पुलिस ने दावा किया है की फिलवक्त स्थिति नियंत्रण में है। विवाद बंगाल के केस्टोनगर गांव के ग्रामीणों द्वारा झारखंड के गोपीनाथपुर गांव में आकर प्रतिबंधित मवेशी के काटने को लेकर दो समुदाय के बीच विवाद खड़ा हुआ और दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प और पथराव तक की घटना हो गई।

घटना की खबर सुनकर प्रशासन भारी संख्या में पुलिस बल के साथ गोपीनाथ पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और और पश्चिम बंगाल से आए गांव के लोगों को खदेड़ दिया। देर रात तक पाकुड़ सीओ और थानेदार गोपीनाथपुर गांव में डटे रहे। लेकिन मंगलवार की सुबह भारी संख्या में बंगाल से आए चार पांच सौ की संख्या में ग्रामीणों ने गोपीनाथपुर गांव पर हमला कर दिया ,एक घर में आगजनी की घटना का अंजाम दिया साथ बमबाजी भी की ।गोली चलने से एक बच्चे को गोली लगने की बात सामने आई है।

 

एसपी पाकुड़ प्रभात कुमार, प्रभारी डीसी शाहिद अख्तर, सिविल एसडीओ प्रवीण केरकेट्टा गोपीनाथपुर पहुंचकर मोर्चा को संभाल लिया है। बंगाल से आए सभी लोगों को खदेड़ दिया है। लेकिन बंगाल से आए लोग नहर के पार ख़बर भेजे जाने तक भारी संख्या में अभी भी बंगाल सीमा पर डटे हुए हैं। एसपी प्रभात कुमार ने बताया फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। हम लोग यहां कैंप किए हुए हैं।

 

उन्होंने बताया कि बंगाल से आए लोगों के द्वारा बमबाजी और आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। इसमें एक बच्चा भी घायल होने की सूचना मिली है और एक पुलिसकर्मी को भी चोट आई है। स्थिति फिलहाल पूरी तरह नियंत्रित है। पश्चिम बंगाल के भी पुलिस अफसर से लगातार बातचीत करके स्थिति को सामान्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

पाकुड़ से कार्तिक कुमार की रिपॉर्ट