देश की बड़ी-बड़ी परीक्षाओं में टॉपर बिहार से निकलते हैं, तो बड़े घोटाले करने में भी भला बिहार कहां पीछे रहना वाला है। परीक्षा में कोई बड़ा घोटाला हो और बिहार का नाम न आये ऐसा हो नहीं, सकता। ताजा नीट इग्जाम को लेकर देशभर में जो बवाल मचा हुआ है, उसमें से अब तक 19 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन गिरफ्तारियों में 14 गिरफ्तारियां बिहार में हुई हैं। इनमें से पांच गिरफ्तारियों गुजरात के गोधरा से भी हुई हैं। ताजा घटनाक्रम में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नीट परीक्षा देने वाले 9 छात्रों को नोटिस भेजा है और उन्हें अपने अभिभावकों के साथ आकर जवाब देना है। इन सभी का सम्बंध नीट परीक्षा में हुए पेपर लीक कांड से जुड़ा हुआ है।
मेडिकल इग्जाम से जुए इस मामले में पेपर लीक का रोचक मामला सामने आया है। ईओयू की जांच में जो जानकारी सामने आ रही है, उसमें पेपर लीक होने के बाद पेपर लीक माफिया द्वारा छात्रों को पेपर नहीं दिया गया, बल्कि प्रश्न उन्हें रटवाया गया। इसके बाद पेपर को जला दिया गया। छात्रों को चार घंटे पेपर दिया गया था, चूंकि सुबूत नहीं बचे, इसीलिए पेपर को जला दिया गया था। ईओयू को पेपर के जले हुए टुकड़े मिले हैं, लेकिन अभी वह उनका असली प्रश्न पत्र से मिलान नहीं कर पायी है। पेपर लीक के इसी कनेक्शन में अब तक बिहार से 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शनिवार को इओयू ने 9 परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा है। इन सभी परीक्षार्थियों से सुबूत और अभिभावकों के साथ दफ्तर आने को कहा गया है।
नीट पेपर लीक मामले में गुजरात से भी पांच गिरफ्तारी
जिस पेपर लीक मामले में बिहार के पटना से तार जुड़े पाये गये हैं, उसका दूसरा सिरा गुजरात के गोधरा में भी मिला है। गुजरात के पंचमहल जिले में 27 छात्रों से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेकर नीट एग्जाम पास कराने में मदद करने की बात सामने आयी है। इस आरोप में गुजरात से भी 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बता दें कि गोधरा में भी नीट एग्जाम का एक सेंटर बनाया गया था। एग्जाम के दौरान गोधरा के कलेक्टर को यहां पर कुछ गड़बड़ी होने की खबर मिली। उन्होंने जब वहां पहुंच कर जांच की तो सारा मामला सामने आ गया।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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