‘मोदी की चकाचौंध में नेता हो रहे गुम!’ सुनियोजित तरीके से RSS BJP को दिखा रहा आईना

‘Leaders lost in Modi’s glare!’ RSS holds up a mirror to BJP in a planned manner

मणिपुर में शांति बहाली को लेकर आरएसएस के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत के भाजपा को कड़ी नसीहत देने के बाद, संघ की पत्रिका ‘The Organiser’ में जिस तरह से भाजपा पर कड़े प्रहार किया हैं, उससे लगता है कि वह अब  बड़े सुनियोजित तरीके से पार्टी को आईना दिखा रही है। संघ की पत्रिका ‘द ऑर्गेनाइजर’ में रतन शारदा का एक लेख प्रकाशित हुआ है, इस लेख में उन्होंने हाल में ही खत्म हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा की तमाम कमजोरियों का जिक्र किया है जिसके कारण पार्टी को कई राज्यों में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा, जिसकी वजह से वह अकेले के दम पर बहुमत का आंकड़ा हासिल करने में असमर्थ रही। पत्रिका में इसका कारण भी बताया है।  लेखक के अनुसार,भाजपा का यह हश्र RSS को नजर अंदाज करने के कारण हुआ है। पत्रिका ने लिखा भाजपा के नेता और कार्यकर्ता मोदी की चकाचौंध में गुम हो गये हैं। 400 के नारे के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरी NDA 290 पर इसलिए सीमित रह गयी, क्योंकि वह आरएसएस को साथ लेकर नहीं चली। पत्रिका में आरोप लगाया गया कि भाजपा के किसी भी नेता ने आरएसएस से किसी नेता से संपर्क नहीं किया। जिसका खमियाजा उसे भुगतना पड़ा है। कहने का तात्पर्य यह कि आज भाजपा आरएसएस को साथ लेकर नहीं चल रही है। इसको उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के चुनावों में महसूस किया गया। इन राज्यों में वोटों के प्रतिशत में काफी कमी देखी गयी। सभी जानते हैं कि भले ही आरएसएस राजनीतिक पार्टी न हो, लेकिन पूरे देश में वह कैडरों वाला बड़ा संगठन अवश्य है। सभी यह भी जानते हैं कि आरएसएस लोगों को घरों से मतदान केन्द्रों तक लाने और भाजपा के लिए वोट कराने का बड़ा काम करती है।

पत्रिका में भाजपा पर अपना जमीनी स्तर खोकर सोशल मीडिया और होर्डिंग तक सीमित रहने का भी आरोप लगाया। सभी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चकाचौंध में खोए हुए थे। लग रहा था कि आईटी के बल पर ही बिना मेहनत के 400 का आंकड़ा आराम से पहुंचा जा सकता है। बिना सोचे-समझे और ‘पैराशूट से उतारे गये’ उम्मीदवारों ने भी भाजपा को झटका देने का बड़ा काम किया है। क्षेत्र विशेष की समस्याओं की जानकारी नहीं होने के कारण भी उम्मीदवारों ने भाजपा की नैया डुबोयी है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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