चतरा के टंडवा में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के आरोपी बनाये गये पूर्व मंत्री योगेंद्र साव सहित 25 आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में रिहा कर दिया गया। अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की कोर्ट ने शुक्रवार को यह आदेश दिया है। बता दें कि सीसीएल के आम्रपाली कोल परियोजना के विस्थापितों ने आंदोलन किया था। आंदोलन के नेतृत्व पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने किया था। इसी दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच टकराव हुआ था। इसी मामले में सरकारी काम में बाधा डालने, रंगदारी मांगने, सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाने का आरोप पूर्व मंत्री पर लगा था। उनके सहित अन्य आरोप पर दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने एक भी गवाह पेश नहीं हुआ था।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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