समाचार प्लस
Breaking देश फीचर्ड न्यूज़ स्लाइडर

2000 Note Demonetisation: भ्रष्टाचार-कालेधन को रोकने के लिए 2000 के नोट किये बंद, RBI गवर्नर ने कहा- मकसद हुआ पूरा

2000 notes banned to stop corruption-black money, purpose fulfilled- RBI

2000 Note Demonetisation: RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 2000 नोटों को बंद करने का फैसला किन कारणों से लिया गया।  RBI गवर्नर ने बताया कि 2000 के नोटों को प्रचलन से बाहर करना ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ का हिस्सा है। इसी पॉलिसी के तहत नोटों को बंद करने का कदम उठाया गया। RBI का मानना है कि बड़े नोटों के प्रचलन के कारण भ्रष्टाचार की गुंजाइश ज्यादा रहती है। इसीलिए कालेधन पर काबू करने के लिए 2000 के नोटों को बंद किया गया। RBI गवर्नर ने कहा कि 2000 के नोटों को शुरू करने का मकसद पूरा हो गया है। इसलिए इन नोटों का प्रचलन बंद किया जा रहा है। RBI गवर्नर ने कहा कि जो भी नोट वापस आएंगे RBI सभी नोटों का ब्यौरा रखेगा। कैशलेस भारत को बढ़ावा देने के लिए भी नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला किया गया। बाजार में दूसरे नोटों की कमी नहीं है।

2000 का नोट बदलने को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं – RBI

RBI गवर्नर ने कहा कि 2000 के नोटों के बदलने के लिए लोगों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। नोट बदलने में लोग अफरा-तफरी नहीं करें। क्योंकि नोट बदलने के लिए उनके पास अभी काफी वक्त है। चार महीने से ज्यादा समय नोट बदलने के लिए है। 30 सितम्बर तक 2000 के नोट प्रचलने में भी रहेंगे और उन्हें बदला भी जा सकता है। RBI लोगों की सुविधा और उनको हो रही मुश्किलों की लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। हर मुश्किल का समाधान निकालने की कोशिश लगातार की जा रही। चिंता की बात नहीं है, लोग आराम से नोट बदलें।

मौजूदा नियमों के तहत बदले जायेंगे नोट – RBI

RBI गवर्नर ने कहा कि मौजूदा नियमों के हिसाब से ही नोट बदले जायेंगे। किसी को भी 50 हजार रुपये तक के नोटों की जानकारी नहीं देनी होगी। 50 हजार रुपये से ज्यादा 2000 के नोट जमा करने पर ही जानकारी देनी होगी। एक बार में 20 हजार नोट ही बदले जायेंगे। नोट किसी भी बैंक में जमा हो सकेंगे। इसके अलावा आरबीआई के 19 रिजनल बैंकों में जमा भी नोट जमा किया जा सकेंगे।

लगातार घट रही है 2000 के नोटों की संख्या

RBI गवर्नर ने कहा कि इस वक्त 2000 के नोटों की संख्या 181 करोड़ है। इनकी कीमत 3.62 लाख करोड़ रुपये है। 2020 में 2000 के नोटों की संख्या 274 करोड़ थी, जो कि 2021 में घटकर 245 करोड़ रुपये हो गयी, 2022 में इस संख्या में और गिरावट आयी और यह संख्या 214 करोड़ हो गयी।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

यह भी पढ़ें: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी मानते हैं 2000 नोटबंदी गलत! नोटबंदी की कुछ सच्चाई आप भी जान लें!

2000 Note Demonetisation

Related posts

IPL 2021: पुराना अंदाज दिखाकर धौनी ने सीएसके को पहुंचाया फाइनल में, साक्षी गदगद

Pramod Kumar

T20 World Cup 2021: ‘किंग’ का गर्मजोशी से इस्तकबाल, एक नये रोल में टीम इंडिया से वापस जुड़ गये धौनी

Pramod Kumar

Jharkhand Cabinet Meeting: मुखिया को मिलेगा 2500 रुपए वेतन, कैबिनेट में इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी

Manoj Singh